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  • सिवान में राजस्व कर्मचारी गिरफ्तार, प्राइवेट ऑफिस बनाकर ले रहा था घूस

    हसनपुरा प्रखंड क्षेत्र के गोपालपुर गांव में शुक्रवार को विजिलेंस की छह सदस्यीय टीम ने कार्रवाई की. विजिलेंस की टीम हसनपुरा अंचल में पदस्थापित राजस्व कर्मचारी दिलीप कुमार सिन्हा के प्राइवेट ऑफिस पर पहुंची. आरोप था कि एक व्यक्ति के द्वारा काम के बदले ₹65000 की मांग की गयी थी. जिसकी सूचना उन्होंने विजिलेंस की टीम को दी थी.इसके बाद आज विजिलेंस की टीम ने भ्रष्टाचारी राजस्व कर्मचारी को 15 हजार रुपए कैश लेते रंगे हाथों पकड़ लिया. टीम ने वहां मौजूद एक निजी कंप्यूटर ऑपरेटर धनंजय को भी हिरासत में ले लिया है. यही नहीं प्राइवेट ऑफिस के बाहर एक कार भी बरामद हुई है. जिसको विजिलेंस की टीम स्थानीय थाने के हवाले कर दिया है.

  • पटना में बड़ी कार्रवाई, साढ़े 15 लाख कैश और 58KG गांजा के साथ 6 गिरफ्तार

    बिहार में मादक पदार्थों की तस्करी के खिलाफ चलाए जा रहे विशेष अभियान के तहत पटना पुलिस और बिहार एसटीएफ को एक बड़ी सफलता मिली है. रामकृष्णानगर थाना क्षेत्र स्थित चांगर मोड़ के पास गुप्त सूचना के आधार पर की गई संयुक्त छापेमारी में पुलिस टीम ने 58 किलोग्राम अवैध गांजा बरामद किया है.इसके साथ ही तस्करी में प्रयुक्त ₹15,66,900 नकद, 6340 पीस गोगो (नशे की टैबलेट) और 6 मोबाइल फोन भी पुलिस ने जब्त किए. छापेमारी के दौरान एक संगठित तस्करी गिरोह से जुड़े 6 अभियुक्तों को गिरफ्तार किया गया है.गिरफ्तार किए गए आरोपियों की पहचान रितेश कुमार, कृष्ण कुमार, रौशन कुमार, विकास कुमार, निखिल कुमार और अनंत कुमार के रूप में हुई है. सभी आरोपी वैशाली जिला के राघोपुर के रहने वाले हैं. पुलिस का कहना है कि ये सभी एक संगठित गिरोह के सदस्य हैं और कई दिनों से पटना एवं आसपास के क्षेत्रों में मादक पदार्थों की आपूर्ति का काम कर रहे थे. इनके नेटवर्क का दायरा बड़ा होने की आशंका है, जिसके चलते पुलिस टीम लगातार इनके अन्य साथियों की तलाश में दबिश दे रही है.

  • बिहार में शहर-शहर गरज रहा बुलडोजर, सम्राट चौधरी के एक्शन से भड़के तेज प्रताप

     बिहार के नए गृहमंत्री भी योगी मॉडल लागू करेंगे?. यह सवाल इसलिए क्योंकि बिहार में नई सरकार के गठन लेते ही अवैध अतिक्रमण पर बुलडोजर एक्शन शुरू हो गया है. प्रदेश के कई जिलों में अवैध अतिक्रमण को बुलडोजर से ढहाया जा रहा है. सामान जब्त किए जा रहे है. जुर्माना वसूला जा रहा है. गृह मंत्री की कुर्सी संभालते ही सम्राट चौधरी ने साफ कहा था कि गृह विभाग नीतीश कुमार के सुशासन मॉडल को मजबूत करेगा, जहां अपराध पर जीरो टॉलरेंस है.बिहार में गृहमंत्री का पद संभालते ही सम्राट चौधरी ने साफ कहा था कि, अपराधियों के घर पर बुलडोजर चलेगा, अतिक्रमणकारियों पर कार्रवाई की जाएगी. जहां उन्होंने अवैध कब्जा किया है, उस निर्माण को ढ़हाया जाएगा, गृह विभाग की ओर से कहा गया है कि ”बिहार में अब तक 400 माफिया की लिस्ट तैयार हैं. कोर्ट के आदेश के बाद कार्रवाई होगी.”बिहार के कैमूर में गुरुवार को नगर परिषद भभुआ द्वारा शहर में बड़े पैमाने पर अतिक्रमण हटाओ अभियान चलाया गया. यह अभियान एकता चौक से लेकर जिला जज आवास एवं बिजली कॉलोनी तक संचालित किया गया, जिसमें सड़क किनारे लगाए गए अस्थायी दुकानों और अतिक्रमणों को हटाया गया. कई दुकानदारों पर नियमों का उल्लंघन करने पर जुर्माना भी लगाया गया. बिहार में नई सरकार बनते ही पूर्वी चंपारण जिले के पकड़ीदयाल थाना क्षेत्र के अजगरवा–सिसहनी पंचायत के अजगरी गांव में बुलडोजर एक्शन देखने को मिला. यहां लगभग 48 वर्षों से चल रहे कृषि भूमि पर जबरन कब्जा करने के विवाद पर आखिरकार अदालत के बाद प्रशासनिक टीम ने विवादित भूखंड पर बने पक्के मकान को चार बुलडोज़रों की मदद से गिरा दिया. पूरी कार्रवाई जिला प्रशासन और पुलिस बल की सख्त निगरानी में शांतिपूर्ण ढंग से संपन्न हुई.

  • आगामी चुनाव में सम्भावित हार से बौखला गई हैं ममता दीदी: मंगल पाण्डेय

    एस आई आर का विरोध कर पूरे राज्य में अशांति फैलाने की है मंशा ।घुसपैठियों को बचाना चाहती है तृणमूल कांग्रेस सरकार ।पटना।बिहार के स्वास्थ्य व विधि मंत्री तथा पश्चिम बंगाल भाजपा के प्रभारी श्री मंगल पाण्डेय ने कहा है कि मुख्यमंत्री सुश्री ममता बनर्जी आगामी चुनाव में सम्भावित हार से बौखलाई हुई है। इसीलिए वह भारत के निर्वाचन आयोग द्वारा बिहार के बाद पश्चिम बंगाल में कराए जा रहे मतदाता सूची के विशेष गहन पुनरीक्षण का विरोध कर रही हैं।श्री पाण्डेय ने कहा कि ये वही ममता बनर्जी है जिन्होंने वाम दलों की जब पश्चिम बंगाल में सरकार थी तो लोकसभा में घुसपैठियों को निकाल बाहर करने की मांग किया करती थी। अब वही वर्षों से घुसपैठियों की संरक्षक बनी हुई है। मुर्शिदाबाद की घटना के बाद ममता सरकार की न केवल हिन्दू विरोधी बल्कि मुस्लिमपरस्ती का चेहरा भी बेनकाब हो चुका है। सुश्री बनर्जी ’’मिट्टी-मानुष’’ की बात तो करती है मगर वोट के लिए देश की एकता, अखंडता और सुरक्षा को संकट में डालने से उन्हें कोई परहेज नहीं है। इसीलिए वह घुसपैठियों के पक्ष में खड़ी होकर एस आई आर के विरोध के ’’हथियार’’ से देश मे अराजकता पैदा करना चाहती है। श्री पाण्डेय ने कहा कि तृणमूल कांग्रेस प्रमुख और पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी ने उत्तर 24 परगना जिले के बनगांव में चुनाव आयोग की इस प्रक्रिया के खिलाफ एक रैली में जिस तरह का वक्तव्य दिया उससे स्पष्ट है कि उनका मकसद केंद्र सरकार, चुनाव आयोग और भाजपा का विरोध कर देश में अराजकता पैदा करना है।

  • एक्शन में सीएम नीतीश कुमार, मुख्य सचिवालय के विभिन्न विभागों का किया औचक निरीक्षण

    बिहार विधानसभा चुनाव में प्रचंड जीत और एनडीए की सरकार बनाने के बाद मुख्यमंत्री नीतीश कुमार एक्टिव मोड में दिख रहे हैं. आज सीएम नीतीश कुमार अचानक मुख्य सचिवालय पहुंच गए. मुख्यमंत्री ने मुख्य सचिवालय के कई विभागों का औचक निरीक्षण किया.मुख्यमंत्री ने मुख्य सचिव कोषांग, मंत्रिमंडल कक्ष, वित्त मंत्री का कार्यालय, अतिथि कक्ष सहित मुख्य सचिवालय के कई विभागों की व्यवस्था और कार्य पद्धति की जानकारी ली. निरीक्षण के दौरान मुख्यमंत्री ने अधिकारियों को निर्देश दिया कि सभी लोग समय पर कार्यालय आएं और बेहतर ढंग से कार्य का निष्पादन करें. कार्यालय में अनुशासित रहकर पूरी संवेदनशीलता के साथ कार्य करें.निरीक्षण के दौरान मुख्यमंत्री के प्रधान सचिव दीपक कुमार, मुख्य सचिव प्रत्यय अमृत, विकास आयुक्त एस सिद्धार्थ, सामान्य प्रशासन विभाग के अपर मुख्य सचिव बी राजेंद्र और अन्य अधिकारी भी मौजूद रहे. सरकार बनने के बाद पिछले एक सप्ताह में नीतीश कुमार हर तरीके से अपने आप को एक्टिव दिखाने की कोशिश कर रहे हैं.आज सीएम नीतीश मुख्य सचिवालय का निरीक्षण करने के बाद मुख्यमंत्री महिला रोजगार योजना के तहत 10 लाख महिलाओं को उनके खाते में दस दस की राशि भी भेजी है. मुख्यमंत्री पहली कैबिनेट में बिहार में उद्योग का जाल बिछाने के लिए कई बड़े फैसले ले चुके हैं. वहीं सरकारी नौकरी को लेकर भी सभी विभागों को दिसंबर तक रिक्ति भेजने और जनवरी में सभी आयोग को सरकारी नौकरी को लेकर कैलेंडर जारी करने का निर्देश भी दे चुके हैं.

  • चंपारण के 56 गांवों से गुजरेगा नया एक्सप्रेसवे! बिहार के 8 जिले जुड़ेंगे, यात्रा में बचेगा 600 KM

     गोरखपुर-सिलीगुड़ी एक्सप्रेस-वे ग्रीनफील्ड परियोजना को पूरा करने की दिशा में प्रशासनिक स्तर पर कार्य तेज कर दिए गए हैं. भूमि अधिग्रहण को लेकर अधियाचना मिलने के बाद प्रशासनिक स्तर पर पूर्वी चंपारण में 491.12 हेक्टेयर भूमि के अधिग्रहण करने की दिशा में कार्रवाई तेज कर दी गई है. मिली जानकारी के अनुसार, छह लेन की यह एक्सप्रेस-वे जिले के आठ अंचल से होते हुए 56 गांवों से होकर गुजरेगी. पूर्वी चम्पारण के पहाड़पुर में इस एक्सप्रेस वे का प्रवेश होना है, जो आठ अंचलों से गुजरते हुए शिवहर ज़िले में प्रवेश करेगा.यह एक्सप्रेस वे पूरी तरह से ग्रीन फिल्ड में होगा. शहरी आबादी से अलग से होकर गुजरने की वजह से भूमि अधिग्रहण की प्रक्रिया में भी किसी प्रकार की परेशानी नजर नहीं आ रही है. बड़ी बात यह है कि ज़िले के जिस क्षेत्र से भी होकर यह एक्सप्रेस वे गुजरेगी, उस इलाके के विकास के रास्ते खुल जाएंगे. बात चाहे रोजगार की हो या आर्थिक बढ़ोतरी की, यह एक्सप्रेस वे अनगिनत लोगों को नए अवसर प्रदान करेगा. इस एक्सप्रेस-वे से सिलीगुड़ी और गोरखपुर के बीच की दूरी 600 किलोमीटर से भी कम हो जाएगी, इससे शहरों के बीच परिवहन की आवाजाही सरल और सुगम हो जाएगी.ट्रैवेल एंड टूर एक्सपर्ट विवेक पांडे बताते हैं कि यह एक्सप्रेस-वे बिहार के आठ जिलों से हाेकर गुजरेगा. इसमें पश्चिम चंपारण, पूर्वी चंपारण, शिवहर, सीतामढ़ी, मधुबनी, सुपौल, अररिया और किशनगंज शामिल हैं. यह राज्य के 39 प्रखंडों और 313 गांवों से होकर गुजरेगा. ऐसे में आप अंदाजा लगा सकते हैं कि इससे राज्य के कितने लोगों को रोजगार के नए अवसर मिलेंगे. अब बात कर लेते हैं निर्माण पर आने वाले खर्च की, तो 520 किलोमीटर लंबे इस एक्सप्रेस-वे के निर्माण पर क़रीब 32000 करोड़ की राशि खर्च होनी है, जिसपर वाहनों की रफ्तार 120 किमी प्रति घंटा होगी.

  • दानापुर मंडल के पटना जंक्शन पर “रहें सदा सतर्क” नुक्कड़ नाटक का आयोजन

    =दानापुर मंडल ट्रेनों के परिचालन के साथ-साथ विभिन्न क्षेत्रों में समाज कल्याण से जुड़ी गतिविधियों में अपनी महत्वपूर्ण भूमिका निभाता है। इसी क्रम में दानापुर मंडल के वाणिज्य विभाग द्वारा मंडल संस्कृतिक संघ की प्रस्तुति नुक्कड़ नाटक *रहे सदा सतर्क* का पटना जंक्शन पर मंचन किया गया। अरुण कुमार द्वारा निर्देशित इस नाटक में रेलवे में नौकरी के नाम की जाने वाली ठगी से बचने के लिए एवं आम जनमानस को जागरूक करने के उद्देश्य से बहुत रोचक ढंग से नाटक की प्रस्तुति की गई। इसमें यह बताया गया कि कैसे नौकरी के नाम पर होने वाले फर्जीवाड़ा से सावधान रहना चाहिए तथा उचित तरीके से नौकरी पाने को प्रयास किया जाना चाहिए। नाटक में शिव कुमार पासवान, अरुण कुमार, रंजन कुमार सिंह, राजेश कुमार, चंदन शर्मा, पवन कुमार, गोपाल चंद्र वर्मा, रूबी कुमारी ने अपने अभिनय से आकर्षित किया। वही ढोलक पर विजय कुमार थे।आगे भी दानापुर मंडल के द्वारा विभिन्न स्टेशनों पर इस प्रकार के नुक्कड़ नाटकों के माध्यम से जन जागरूकता अभियान चलाया जाएगा।

  • बिहार चुनाव हारने के बाद खेसारी लाल यादव को याद आए भगवान श्रीराम

    बिहार विधानसभा चुनाव में छपरा विधानसभा सीट पर मिली हार के बाद भोजपुरी फिल्म स्टार खेसारी लाल यादव को भगवान श्रीराम याद आ गए हैं. खेसारी लाल यादव ने अपने सोशल मीडिया पेज एक्स पर अपने परिवार का एक वीडियो पोस्ट किया है.एक्स पोस्ट में खेसारी लाल यादव ने लिखा है- ‘आज विवाह पंचमी के मंगल अवसर पर घर में पूरे परिवार के साथ भगवान श्रीराम, माता सीता और हनुमान जी की पूजा अर्चना की. प्रभु श्रीराम और माता जानकी से यही प्रार्थना कि उनके आशीर्वाद से सबके जीवन में शांति रहे और अयोध्या जी समेत पूरे भारतवर्ष में धर्म-ध्वज यूं ही ऊंचा लहराता रहे. जय जय श्री राम!’

  • बिहार के मंत्री अशोक चौधरी को दी गई डी-लिट की उपाधि

    जिसके पास ज्ञान है, वह विश्व कल्याण की बात सोचते हैं, जनकल्याण की बात सोचते हैं. छात्रों को यह समझना चाहिए कि उन्हें ज्ञान प्राप्त करना है. स्वार्थ अज्ञानता की जड़ होती है, जिसे ज्ञान प्राप्त हो गया, उसकी प्रेरणा का स्रोत केवल जनकल्याण और विश्व कल्याण के लिए सोचने का होता है.” यह कहना है बिहार के राज्यपाल आरिफ मोहम्मद खान का.मगध विश्वविद्यालय में 22वां दीक्षांत समारोह का आयोजन किया गया. 22वां दीक्षांत समारोह तकरीबन 10 सालों के बाद आयोजित हुआ. कार्यक्रम में बिहार के राज्यपाल आरिफ मोहम्मद खान के द्वारा 250 पीएचडी छात्र-छात्राओं को दीक्षांत सर्टिफिकेट प्रदान किया गया. दीक्षांत समारोह के मौके पर मगध विश्वविद्यालय की कुलपति, कॉलेज के प्रोफेसर-शिक्षक के अलावे छात्र-छात्राएं और अभिभावक मौजूद थे.इस दौरान बिहार सरकार में कैबिनेट मंत्री अशोक चौधरी को भी डी-लिट की उपाधि दी गई. वहीं, बिहार विधानसभा के सभापति अवधेश नारायण सिंह को भी समाज में शिक्षा और समाज में अच्छे योगदान अनुकरणीय सेवा के सम्मान में मानक डॉ. ऑफ एग्रीकल्चर डी-लिट की उपाधि से सम्मानित किया गया.

  • चीन की छुट्टी करने का प्लान: रेयर अर्थ मैग्नेट के लिए 7280 करोड़, केंद्रीय कैबिनेट के 4 बड़े फैसले

      केंद्रीय कैबिनेट ने देश के इंफ्रास्ट्रक्चर को बदलने के लिए एक साथ चार बड़े फैसले लिए हैं. मोदी सरकार ने कुल 19,919 करोड़ रुपये के प्रोजेक्ट्स को मंजूरी दी है. इसमें महाराष्ट्र और गुजरात के लोगों के लिए खास तोहफे हैं. केंद्रीय मंत्री अश्विनी वैष्णव ने इन फैसलों की जानकारी दी है. सरकार ने पुणे मेट्रो और रेयर अर्थ मैग्नेट के साथ रेलवे के दो अहम प्रोजेक्ट्स पास किए हैं. इसमें मुंबई के पास बदलापुर-कर्जत लाइन और गुजरात की द्वारका लाइन शामिल है. यह फैसला बताता है कि सरकार कनेक्टिविटी को लेकर कितनी गंभीर है. इन प्रोजेक्ट्स से लाखों यात्रियों को सीधा फायदा होगा और सफर का समय भी काफी कम हो जाएगा.कैबिनेट ने सबसे ज्यादा बजट पुणे मेट्रो को दिया है. पुणे मेट्रो फेज-1 के विस्तार के लिए 9,858 करोड़ रुपये मंजूर हुए हैं. इसमें शहर के अंदर 32 किलोमीटर नई लाइन बिछाई जाएगी. यह रूट खराड़ी से खड़कवासला और नल स्टॉप से मणिक बाग तक होगा. इससे पुणे का मेट्रो नेटवर्क 100 किलोमीटर के पार पहुंच जाएगा. ट्रैफिक जाम से जूझ रहे पुणे वालों के लिए यह बड़ी राहत है.भविष्य की तकनीक को देखते हुए सरकार ने रेयर अर्थ परमानेंट मैग्नेट (REPM) स्कीम पास की है. इसके लिए 7,280 करोड़ रुपये का बजट रखा गया है. इसका मकसद भारत में ही हाईटेक मैग्नेट बनाना है. यह मैग्नेट इलेक्ट्रिक गाड़ियों और मोबाइल फोन में यूज होते हैं. अभी हम इसके लिए दूसरे देशों पर निर्भर हैं. इस फैसले से भारत आत्मनिर्भर बनेगा.गुजरात के श्रद्धालुओं के लिए भी अच्छी खबर है. सरकार ने ओखा से कनालूस रेलवे लाइन को डबल करने की मंजूरी दी है. इस प्रोजेक्ट पर 1,457 करोड़ रुपये खर्च होंगे. यह लाइन 159 किलोमीटर लंबी है. इससे देवभूमि द्वारका जाने वाली ट्रेनों की संख्या बढ़ सकेगी. लाइन डबल होने से मालगाड़ियां भी तेजी से चल पाएंगी. यह इलाके के विकास में मील का पत्थर साबित होगा.मुंबई के पास रहने वालों के लिए यह बहुत बड़ी खबर है. कैबिनेट ने बदलापुर और कर्जत के बीच तीसरी और चौथी लाइन को मंजूरी दी है. इस प्रोजेक्ट पर 1,324 करोड़ रुपये खर्च होंगे. अभी वहां सिर्फ दो लाइनें हैं जिससे बहुत ट्रैफिक रहता है. नई लाइनों से लोकल ट्रेन और मालगाड़ी अलग-अलग चल पाएंगी. इससे मुंबई लोकल के यात्रियों का सफर आसान होगा और ट्रेनें लेट नहीं होंगी.इन चारों फैसलों को मिलाकर सरकार कुल 19,919 करोड़ रुपये खर्च कर रही है. यह एक ही दिन में लिया गया बहुत बड़ा फैसला है. इसमें रेलवे और मेट्रो दोनों का ख्याल रखा गया है. बदलापुर और पुणे के प्रोजेक्ट्स महाराष्ट्र के लिए गेम चेंजर हैं. वहीं रेयर अर्थ स्कीम देश की टेक्नोलॉजी को नई दिशा देगी. अश्विनी वैष्णव ने कहा कि ये प्रोजेक्ट्स समय पर पूरे किए जाएंगे.