Author: Manish Rawat

  • केरल निकाय चुनाव: तिरुवनंतपुरम में बीजेपी की ऐतिहासिक जीत, चार दशक पुराना LDF का किला ढहा, PM मोदी ने दी बधाई

      केरल की राजनीति में बड़ा राजनीतिक भूचाल देखने को मिला है. स्थानीय निकाय चुनावों के नतीजों में भारतीय जनता पार्टी (BJP) ने तिरुवनंतपुरम नगर निगम में ऐतिहासिक जीत दर्ज करते हुए वाम लोकतांत्रिक मोर्चा (LDF) से सत्ता छीन ली है. यह वही निगम है, जिस पर LDF पिछले चार दशकों से अधिक समय तक लगातार काबिज रहा था. राजधानी में यह सत्ता परिवर्तन वाम मोर्चे के लिए बड़ा राजनीतिक झटका माना जा रहा है.तिरुवनंतपुरम न सिर्फ केरल की प्रशासनिक राजधानी है, बल्कि राजनीतिक दृष्टि से भी बेहद अहम क्षेत्र माना जाता है. इसी लोकसभा सीट से कांग्रेस के दिग्गज नेता और पूर्व केंद्रीय मंत्री शशि थरूर लगातार चार बार सांसद चुने जा चुके हैं, जिससे यह क्षेत्र लंबे समय से कांग्रेस और वाम मोर्चे के प्रभाव वाला माना जाता रहा है. ऐसे में नगर निगम में बीजेपी की जीत ने राज्य की राजनीति में नए समीकरणों को जन्म दे दिया है. राजनीतिक विश्लेषकों का मानना है कि यह जीत विधानसभा चुनावों में 2-3 सीटें जीतने से कहीं ज्यादा असरदार है. नगर निगम जैसे बड़े शहरी निकाय में सत्ता हासिल करना यह संकेत देता है कि शहरी मतदाता पारंपरिक राजनीतिक ध्रुवीकरण से हटकर विकल्प तलाश रहा है. यह बदलाव खास तौर पर उस राज्य में महत्वपूर्ण है, जहां अब तक मुकाबला मुख्य रूप से LDF और UDF के बीच ही सीमित रहा है.

  • बिहार कैबिनेट में 3 नए विभागों का बंटवारा, जानिए किन्हें किस विभाग की जिम्मेवारी मिली?

      बिहार में एनडीए की सरकार बनने के बाद सीएम नीतीश कुमार ने तीन नए विभागों का गठन किया है. युवा, रोजगार एवं कौशल विकास, उच्च शिक्षा और सिविल विमानन. इन विभागों को कैबिनेट से भी स्वीकृति मिल गई है. अब मुख्यमंत्री ने इन विभागों की जिम्मेदारी मंत्रियों को दे दी है.सीएम नीतीश कुमार ने सिविल विमान विभाग अपने पास रखा है. श्रम संसाधन मंत्री संजय सिंह टाइगर को युवा, रोजगार एवं कौशल विकास विभाग का जिम्मा दिया है. शिक्षा मंत्री सुनील कुमार को उच्च शिक्षा विभाग की जिम्मेदारी सौंपी है. मंत्रिमंडल सचिवालय विभाग ने नए विभागों के मंत्रियों के बारे में अधिसूचना जारी की है.अब नए विभागों के बंटवारा के बाद नीतीश सरकार में जदयू कोटे से मंत्री सुनील कुमार के पास अब कुल 3 विभाग हैं. शिक्षा के अलावा सुनील कुमार विज्ञान, प्रावैधिकी एवं तकनीकी शिक्षा विभाग के मंत्री का जिम्मा पहले से संभाल रहे हैं. उन्हें अब उच्च शिक्षा विभाग भी मिल गया है.भाजपा कोटे से मंत्री संजय सिंह टाइगर के पास अब कुल दो विभाग हो गए हैं. संजय टाइगर के पास श्रम संसाधन विभाग पहले से था, जिसका हाल ही में नाम बदलकर श्रम संसाधन एवं प्रवासी श्रमिक कल्याण विभाग किया गया है. अब उन्हें युवा, रोजगार एवं कौशल विकास विभाग का मंत्री भी बना दिया गया है.मुख्यमंत्री नीतीश कुमार के पास सामान्य प्रशासन, मंत्रिमंडल सचिवालय, निगरानी और निर्वाचन विभाग पहले से है. अब उनके पास सिविल विमानन विभाग भी आ गया है. 20 साल में पहली बार मुख्यमंत्री ने गृह विभाग बीजेपी को दे दिया है. उपमुख्यमंत्री सम्राट चौधरी के पास ही गृह विभाग है.

  • समस्तीपुर  में नीतीश कुमार से मिले गिफ्ट की चोरी, पुलिस बनकर आए थे चोर

    सुबह के 3 बजे थे, चंपा देवी अपने परिवार के साथ सो रही थी. इसी दौरान कुछ लोग चार पहिया वाहन से आए. घर के लोगों को उठाया. पूछने पर कहा कि ‘पुलिस हैं, शराब माफिया को पकड़ने आए हैं. वह इधर ही आया है.’ इतना कहते हुए बदमाश घर में घुस गए और सीएम नीतीश कुमार से मिले गिफ्ट लेकर चले गए.चोरी की हैरान करने वाली यह घटना जिले के विद्यापति थानाक्षेत्र की है. धनेश्वरपुर दक्षिण पंचायत वार्ड संख्या 9 निवासी चंपा देवी बताती हैं कि उनकी 4 बकरियां चोर ले गए. जब रोकने के लिए आगे बढ़ी तो चोरों ने हथियार दिखाते हुए जान मारने की धमकी दी. गाड़ी में बैठकर बकरी लेकर चले गए.चंपा देवी ने बताया कि सीएम महिला रोजगार योजना के तहत मिले रुपये से 4 बकरी खरीदी थी. घर के बरामदे में चारों बकरियां बंधी हुई थी. शुक्रवार की सुबह घर के सबलोग सो रहे थे. इसी दौरान पुलिस बनकर पहुंचे चोरों ने घटना को अंजाम दिया. विरोध करने पर हथियार दिखाते हुए गाली-गलौज की.यही नहीं चंपा देवी के अलावे पड़ोस के घर से भी 3 बकरियां चुरा ले गए. पीड़ित परिवार ने बताया कि उन्होंने समूह से मिले सरकारी पैसे से बकरी खरीदी थी. घर में घुसकर बकरी खोलकर ले गए. जब तक हमलोग कुछ समझ पाते चार पहिया वाहन से फरार हो गए.

  • बिहार में सुबह-सुबह विजिलेंस की रेड में घूसखोर डाटा ऑपरेटर गिरफ्तार, घर छोड़कर भागे BEO

    रोहतास में पटना से आई निगरानी विभाग की टीम ने अहले सुबह आज बड़े फिल्मी अंदाज में रिश्वतखोर डाटा ऑपरेटर को रंगे हाथ घूस के 14000 रुपए के साथ उसके आवास से गिरफ्तार कर लिया है. सबसे बड़ी बात यह है कि यह घूसखोर डाटा ऑपरेटर पिछले तीन दिनों से विजिलेंस की टीम को लगातार चकमा दे रहा था, लेकिन आखिरकार शुक्रवार को निगरानी के हत्थे चढ़ गया.दरअसल निगरानी की टीम ने अकोढीगोला के प्रखंड शिक्षा पदाधिकारी प्रणव कुमार के डाटा ऑपरेटर चंदन कुमार शर्मा को गिरफ्तार कर लिया है. वह एक शिक्षक से वेतन निर्धारण के लिए 14 हजार रुपए लेते रंगे हाथ गिरफ्तार किया गया है. इसके बाद टीम उसे पटना लेकर चली गई है.वहीं ऑपरेटर की गिरफ्तारी की भनक लगते ही बीईओ फोन बंद कर फरार हो गए हैं. हालांकि निगरानी की टीम ने डेहरी स्थित गांधीनगर में उनके आवास पर दबिश दी पर वह नहीं मिले.निगरानी के डीएसपी विंध्याचल प्रसाद ने बताया कि अकोढीगोला के शिक्षक सुनील कुमार ने निगरानी में शिकायत की थी कि प्रखंड शिक्षा पदाधिकारी प्रणव कुमार क्षेत्र के 10 शिक्षकों के वेतन निर्धारण के लिए 15 हजार रुपए की मांग कर रहे हैं. अंततः 14 हजार रुपए में बात तय हो गई है. इसके बाद आज सुबह जब प्रखंड शिक्षा पदाधिकारी के डाटा ऑपरेटर चंदन शर्मा अपने आवास पर शिक्षक से 14 हजार रुपए रिश्वत ले रहे थे, तभी निगरानी की टीम ने उन्हें दबोच लिया.

  • लालू यादव तुम्हारे लायक गुरु नहीं हैं’ शिवानंद तिवारी ने तेजस्वी यादव को सुनाया  वरिष्ठ समाजवादी नेता और आरजेडी

    *’सुप्रीमो लालू प्रसाद यादव के पुराने सहयोगी शिवानंद तिवारी ने पूर्व उपमुख्यमंत्री तेजस्वी यादव को शादी सालगिरह की बधाई दी. साथ ही उनके नेतृत्व पर भी सवाल उठा दिया है. शिवानंद तिवारी ने तेजस्वी यादव को संबोधित करते हुए अपने सोशल मीडिया पोस्ट में लिखा है- ‘लालू यादव तुम्हारे लायक गुरु नहीं हैं. लालू यादव 1990 में ही हीरो बने थे. वह मंडल, आडवाणी की गिरफ्तारी के बाद हीरो बने थे. साल 2010 तक आते-आते आरजेडी पूरी तरह बिखर गई. 22 सीटों पर सिमट गई.’शिवानंद तिवारी ने आगे कहा कि तेजस्वी तुमने तो मैदान ही छोड़ दिया. तुम तो दो दिन भी नहीं टिक पाए. अपने सहयोगियों और समर्थकों का मना छोटा कर दिया. समाजवादी नेता ने आरोप लगया है कि संजय यादव और जगदानंद सिंह ने तेजस्वी यादव के आंखों पर पट्टी बांध दी थी. तेजस्वी यादव तुम सबकुछ लूट जाने के बाद भी सच्चाई का सामना नहीं कर पाए.उन्होंने तेजस्वी यादव को सलाह दी है कि तत्काल बिहार लौटो और बिहार में घूमो. आप नेता की तरह नहीं, कार्यकर्ता की तरह घूमें. समय किसी का इंतजार नहीं करता है.

  • 4गर्लफ्रेंड, 3 प्रेग्नेंट और SDM को थप्पड़… गोरखपुर में पकड़े गए फर्जी IAS के चौंकाने वाले कारनामे

    रखपुर में पकड़े गए फर्जी आईएएस अधिकारी के कारनामे चौंकाने वाले हैं. दरअसल, एमएससी की पढ़ाई पूरी करने के बाद गौरव कुमार सिंह उर्फ ललित किशोर कोचिंग टीचर बना. लेकिन टीचिंग ज्यादा दिन तक जमी नहीं. उसे कुछ बड़ा करने का जुनून था. ऐसे में उसने फर्जी आईएएस बनकर रौब झाड़ने और करोड़ों की ठगी का शातिर प्लान बनाया.एक तरफ वह ट्यूशन पढ़ाता तो दूसरी तरफ अपना IAS प्रोटोकॉल मेंटेन करने के लिए हर महीने मोटी रकम खर्च करता. इस दौरान उसने चार गर्लफ्रेंड बनाईं. जब गौरव अपने पूरे भौकाल में निकलता था तो उसके साथ चलने वालों की तादाद भी ठीक-ठाक होती थी. सफेद इनोवा पर लाल-नीली बत्तियां लगाकर वह गांव का दौरा करता था. एक बार जब वह बिहार के भागलपुर गांव में दौरा करने पहुंचा था तो उस वक्त उसकी मुलाकात एक असली एसडीएम से हो गई. बैच और रैंक को लेकर उन्होंने सवाल पूछ लिए, इस पर गौरव उर्फ ललित किशोर अपना आपा खो बैठा और अधिकारी को दो थप्पड़ जड़ दिए. आश्चर्य की बात यह रही कि एसडीएम ने इसकी शिकायत तक नहीं की.गोरखपुर पुलिस ने बिहार चुनाव के दौरान पकड़े गए ₹99 लाख की जांच में फर्जी IAS गौरव कुमार सिंह उर्फ ललित किशोर को गिरफ्तार किया है. सर्विलांस से पता चला कि उसकी चार गर्लफ्रेंड्स हैं, जिनमें से तीन प्रेग्नेंट हैं. उसने AI की मदद से फर्जी पेपर बनाकर बड़े कारोबारियों को सरकारी ठेका दिलाने के नाम पर करोड़ों की ठगी की थी.आरोपी बिहार के सीतामढ़ी जिले का रहने वाला है. वह गोरखपुर के परमानंद गुप्ता को सेट करके यूपी, बिहार, मध्य प्रदेश और झारखंड में जालसाजी का नेटवर्क चला रहा था. पुलिस ने उसकी कुंडली खंगाली तो कई हैरान करने वाले कारनामे सामने आए.यह जालसाज बड़े बिल्डरों और कारोबारियों को सरकारी ठेका व अन्य सरकारी कारोबार दिलाने का ऑफर देता था. वह AI की मदद से तैयार किए गए फर्जी पेपर उपलब्ध कराकर लोगों को विश्वास में लेता था और करोड़ों की ठगी करता था. इसी मामले में उसने एक कारोबारी को ₹450 करोड़ का टेंडर दिलाने का झांसा देकर ₹5 करोड़ और दो इनोवा कार रिश्वत में ले ली थीं. उसने अपने साले अभिषेक की मदद से IAS की फर्जी आईडी और नेम प्लेट बनवाई थी, जो सॉफ्टवेयर की पढ़ाई किया था.गौरव उर्फ ललित किशोर ने 2019 में मैथ से एमएससी की पढ़ाई पूरी की थी और डीआईओएस बनना चाहता था. उसने 3 साल सिविल सर्विस की तैयारी भी की. इसके बाद उसने सीतामढ़ी में ‘आदित्य सुपर 50’ नाम से कोचिंग खोली. 2022 में उसने यहीं एक छात्रा से नौकरी दिलाने के नाम पर ₹2 लाख लिए, लेकिन नौकरी नहीं दिला सका. रुपए वापस न करने पर उसके खिलाफ पहली FIR दर्ज हुई थी. जमानत पर छूटने के बाद वह एक साल तक अंडरग्राउंड रहा.

  • पटना में पुलिस और अपराधी में मुठभेड़, रंगदारी मांगने वाले कुख्यात अपराधी को लगी गोली

    पटना में पुलिस और अपराधी के बीच मुठभेड़ का मामला सामने आया है. जानीपुर थाना क्षेत्र में रंगदारी मांगने और फायरिंग की घटना में पुलिस को बड़ी सफलता मिली है. बीते 30 नवंबर 2025 को क्षेत्र के एक शख्स से रंगदारी की मांग की गई थी और विरोध करने पर अपराधियों ने फायरिंग कर दहशत फैलाई थी. इस मामले में वरीय पुलिस अधीक्षक पटना के निर्देश पर नगर पुलिस अधीक्षक पश्चिमी की निगरानी में एक विशेष टीम गठित की गई.पुलिस टीम ने घटना से जुड़े महत्वपूर्ण साक्ष्य जुटाते हुए 10 दिसंबर को एक व्यक्ति को गिरफ्तार कर लिया. दरअसल पूछताछ के दौरान महत्वपूर्ण खुलासा हुआ कि रंगदारी मांगने और फायरिंग की वारदात को अंजाम देने वाला मुख्य आरोपी घटनास्थल पर दोबारा पहुंचा है. जानकारी मिलते ही पुलिस तुरंत रवाना हुई और घटनास्थल पहुंचते ही आरोपी ने पुलिस टीम पर गोलीबारी की और भागने का प्रयास करने लगा.पुलिसकर्मियों ने अपनी पहचान बताते हुए हवाई फायरिंग कर चेतावनी दी, लेकिन इसके बावजूद आरोपी लगातार पुलिस पर फायरिंग करता रहा. मजबूरन पुलिस को आत्मरक्षा में जवाबी कार्रवाई करनी पड़ी, जिसमें आरोपी के पैर में गोली लगी है. घायल अपराधी को तुरंत अस्पताल पहुंचाया गया, जहां उसका इलाज जारी है. उसकी स्थिति फिलहाल स्थिर बताई जा रही है.गिरफ्तार आरोपी के पास से पुलिस ने एक देसी कट्टा, एक जिंदा कारतूस, रंगदारी मांगने में प्रयुक्त मोबाइल फोन और सिम कार्ड बरामद किया है. पुलिस का कहना है कि यह गिरोह क्षेत्र में दहशत फैलाने और लोगों से जबरन रंगदारी वसूली की कोशिश कर रहा था. आरोपी बीते कई दिनों से एक बैंक कर्मचारी को लगातार रंगदारी के लिए धमका रहा था.

  • केंद्रीय रेल मंत्री श्री अश्विनी वैष्णव ने भारत की खास उपलब्धि पर ज़ोर दिया

    * : रेल ट्रैफिक रोके बिना बड़े पैमाने पर स्टेशनों का री-डेवलपमेंट**भारी पैसेंजर मूवमेंट के बीच भारत वर्ल्ड-क्लास अपग्रेड मैनेज कर रहा है*इसलिए मंत्री जी ने सुरक्षित, फेज़्ड कंस्ट्रक्शन की ज़रूरत पर ज़ोर दिया**फ्यूचर-रेडी इंफ्रास्ट्रक्चर के लिए अमृत भारत स्टेशन स्कीम के तहत* *1,300 से ज़्यादा स्टेशनों को अपग्रेड किया जा रहा है*दुनिया के सबसे बिज़ी रेल नेटवर्क में से एक भारतीय रेल को चलाने की बड़ी ऑपरेशनल चुनौतियों के बावजूद इंडियन रेलवे का स्टेशन री-डेवलपमेंट मिशन देश के इतिहास में पहले कभी नहीं देखे गए स्केल पर आगे बढ़ रहा है। जैसा कि माननीय रेल मंत्री श्री अश्विनी वैष्णव ने ज़ोर दिया है, कई देश बड़े स्टेशनों के रिकंस्ट्रक्शन के कार्यों के दौरान 3-4 साल के लिए रेल ट्रैफिक रोक देते हैं। लेकिन भारत में, जहाँ रोज़ लाखों पैसेंजर आते-जाते हैं, स्टेशनों को बंद करना कोई ऑप्शन नहीं है। इन मुश्किलों के बावजूद, स्टेशन रीडेवलपमेंट तेज़ी से आगे बढ़ रहा है, जिसमें सेफ्टी पर पूरा ध्यान दिया जा रहा है और रेल ऑपरेशन बिना किसी रुकावट के चलता रहे, यह सुनिश्चित किया जा रहा है। माननीय मंत्री ने यह भी कहा कि “आज़ादी के बाद पहली बार, भारत अपने स्टेशन इंफ्रास्ट्रक्चर में इतना बड़ा बदलाव देख रहा है, जो देश के लिए बिल्कुल नया अनुभव है।” इन कामों के लिए बहुत अच्छी प्लानिंग, तालमेल और इंजीनियरिंग की सटीकता की ज़रूरत होती है, और ये सभी काम रोज़ाना ट्रेन की आवाजाही से समझौता किए बिना किए जा रहे हैं।यह कमिटमेंट अमृत भारत स्टेशन स्कीम में सबसे ज़्यादा दिखता है, जिसके तहत ₹60,000 करोड़ से ज़्यादा के निवेश से 1,300 से ज़्यादा स्टेशनों को भविष्य के स्टैंडर्ड के हिसाब से अपग्रेड किया जा रहा है। पहले ही, 160 स्टेशनों को रीडेवलप किया जा चुका है। मॉडर्न इंजीनियरिंग सॉल्यूशन से लेकर बेहतर पैसेंजर सुविधाओं तक, हर प्रोजेक्ट को धीरे-धीरे और बहुत सोच-समझकर प्लान किया जा रहा है ताकि स्टेशन देश की लाइफलाइन की सेवा करते हुए वर्ल्ड-क्लास ट्रांज़िट हब बन सकें।इस साल की शुरुआत में, प्रधानमंत्री श्री नरेंद्र मोदी ने राजस्थान के बीकानेर से 103 अमृत भारत स्टेशनों के एक और बैच के रीडेवलपमेंट कार्यों की शुरुआत की, जो देश भर में मॉडर्नाइज़ेशन ड्राइव में एक बड़ा मील का पत्थर है। ये स्टेशन, बेहतर बाहरी हिस्से, बड़े सर्कुलेशन एरिया, सस्टेनेबल बिल्डिंग फीचर्स और आसान मल्टीमॉडल इंटीग्रेशन के साथ डिज़ाइन किए गए हैं, जो भारत के मॉडर्न, कुशल और पैसेंजर-फ्रेंडली रेल यात्रा के विज़न को दिखाते हैं।अमृत भारत स्टेशन स्कीम भारत की रिकॉर्ड स्पीड से मुश्किल इंफ्रास्ट्रक्चर अपग्रेड करने की क्षमता का एक मज़बूत सबूत है—साथ ही हर दिन ट्रेनें चलती रहती हैं, पैसेंजर चलते रहते हैं और सुरक्षा सबसे बड़ी प्राथमिकता होती है।

  • शहर छोड़िए अब बिहार के ग्रामीण क्षेत्रों में चलेगा बुलडोजर, डिप्टी सीएम का ऐलान

    बिहार में जमीन से जुड़े विवाद लंबे समय से बड़ी चुनौती बने हुए हैं. इस समस्या को देखते हुए उपमुख्यमंत्री सह राजस्व एवं भूमि सुधार मंत्री विजय सिन्हा ने विभागीय सुधारों की लंबी श्रृंखला का ऐलान किया है. उन्होंने कहा कि राज्य में ज्यादातर शिकायतें जमीन विवादों से जुड़ी होती हैं और सरकार अब इन मामलों पर तेजी से कार्रवाई करेगी.”जमीन विवाद, दाखिल-खारिज और परिमार्जन के मामलों में देरी अब बिल्कुल बर्दाश्त नहीं की जाएगी. भूमि सुधार विभाग की जवाबदेही तय होगी और हर स्तर पर पारदर्शिता लाई जाएगी. इसी को लेकर 12 दिसंबर से भूमि सुधार जनसंवाद कार्यक्रम शुरू कर रहे हैं. नए सिस्टम में देरी करने वाले कर्मचारियों की पहचान कर तुरंत रिपोर्ट मांगी जाएगी.”- *विजय सिन्हा, उपमुख्यमंत्री, बिहार*सरकारी जमीन पर अतिक्रमण को हटाने के लिए बिहार सरकार मार्च 2026 से बड़ा अभियान शुरू करने जा रही है. उपमुख्यमंत्री ने कहा कि यह कार्रवाई बुलडोजर से भी आगे की होगी. अभियान के दौरान बड़े पैमाने पर सरकारी भूमि खाली कराई जाएगी और अतिक्रमण करने वालों के खिलाफ कानूनी कार्रवाई होगी. जो लोग सरकारी जमीन पर अवैध कब्जे की सच्चाई सामने लाएंगे, उन्हें विभाग सम्मानित भी करेगा. सरकार का लक्ष्य है कि राज्य की सभी सरकारी जमीन को अतिक्रमण से मुक्त कराया जाए.बिहार में फर्जी जमीन कागजात का बड़ा खेल लंबे समय से चिंता का विषय रहा है. इसे रोकने के लिए विभाग ‘उड़न दस्तावेज’ नामक विशेष जांच टीम गठित कर रहा है. यह टीम फर्जी दस्तावेजों के आधार पर होने वाले सौदों की जांच करेगी और दोषियों को पकड़कर कार्रवाई करेगी. जमीन माफिया, फर्जीवाड़े में शामिल सफेदपोश और विभागीय कर्मियों की भी जांच होगी.

  • बेगूसराय  में JDU नेता को घर में घुसकर गोलियों से भून डाला

     बिहार में अपराधियों का मनोबल सातवें आसमान पर है. इसका अंदाजा इसी से लगाया जा सकता है कि घर में घुसकर जेडीयू नेता को गोलियों से भून डाला गया. सीना, आंख और गर्दन के पास गोली मारी गई. जिससे घटना स्थल ही उनकी मौत हो गई.मृतक की पहचान निलेश कुमार के रूप में हुई है. निलेश कुमार जेडीयू के पूर्व पंचयात अध्यक्ष थे. वारदात को छौड़ाही थाना क्षेत्र के पीर नगर गांव में देर रात अंजाम दिया गया. जहां बेखौफ अपराधियों ने घर में घुसकर सोए हुए जेडीयू नेता निलेश कुमार की हत्या कर दी.घटना के बाद इलाके में हड़कंप मचा हुआ है. परिजनों के मुताबिक निलेश कुमार अपने डेरा पर सोए हुए थे, तभी तीन बाइक पर सवार आधा दर्जन अपराधी पहुंचे और वारदात को अंजाम दिया. अपराधियों ने निलेश कुमार को तीन गोली मारी, जिससे घटनास्थल पर उनकी मौत हो गई. गोलीबारी की आवाज सुनकर जब लोग दौड़े, तब तक अपराधी हथियार लहराते हुए फरार हो गए.